नई दिल्ली – अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी अजीत सिन्हा ने कहा कि आज देशवासियों के लिए खास दिन है क्योंकि आज ही के दिन महान विभूतियों की जन्म हुई है जो राष्ट्र गौरव हैं और यह कायस्थ समाज के लिए भी गौरव करने का दिन है क्योंकि तीनों विभूतियों ने कायस्थ समाज के नाम को रौशन करने का कार्य किया है और भारतीयों के बीच अमिट छाप छोड़ी है।
भारत राष्ट्र के प्रथम राष्ट्रपति और प्रथम नागरिक डॉ राजेन्द्र प्रसाद जी का जन्मदिवस है जिनका जन्म बिहार के सीवान जिले के जीरादेई नामक ग्राम में 3 दिसम्बर 1884 को हुआ था और जिन्होंने अपने कार्य से भारतीयों का दिल जीता था।
आज ही के दिन और तारीख में महान क्रांतिकारी खुदी राम बोस जी का जन्म 1889 ईस्वी में हुआ जो राष्ट्र गौरव के साथ कायस्थ कुल गौरव भी हैं और जिन्होंने अमरत्व को प्राप्त किया है।
और आज ही के दिन और तारीख में कायस्थ पाठशाला के संस्थापक और अपनी सारी सम्पति को पाठशाला के नाम करने वाले मुन्शी काली प्रसाद कुलभाष्कर जी का भी जन्म 1840 ईस्वी में हुआ था जिस पर कायस्थ समाज अपने आपको गौरवांवित महसूस करता है ।
तीनों महान विभूतियों के जन्मदिवस अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अनूप श्रीवास्तव पूर्व आई. आर. एस. प्रधान आयुक्त भारत सरकार ने उन्हें शत शत नमन कर कायस्थों को इस दिवस को उत्सव के रूप में मनाने का आह्वान किया और अपनी श्रद्धा की अंजलि अर्पित की है और ऐसे विभूतियों का कायस्थ समाज में गौरव की बात मानी है।
अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के कार्यकारी अध्यक्ष ब्रिगेडियर अनिल श्रीवास्तव ने भी महान कायस्थ और राष्ट्र विभूतियों को नमन कर उन्हें अपने हृदय से याद किया है और देशवासियों सह कायस्थों को उत्सव के रूप में मनाने का आह्वान किया है।
नव मनोनीत युवा अध्यक्ष अखिल भारतीय कायस्थ महासभा वेद आशीष श्रीवास्तव ने भी महान विभूतियों को याद किया है और उन्हें अपने हृदय से शत शत नमन कर अपने को कायस्थ होने पर गौरवांवित होने पर महसूस किया है।
आगे राष्ट्रीय प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी अखिल भारतीय कायस्थ महासभा ने कहा है कि कायस्थ समाज की गौरवशाली इतिहास रही है और एक से एक विभूतियों की जन्म इस समाज में हुई है और इस घड़ी में उनके जन्म देने वाले महान माता – पिता को याद करना उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि ही होगी।
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