Day: June 15, 2024
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पढ़िए अंतर्राष्ट्रीय कायस्थ काव्य मंच द्वारा माँ विषय आधारित काव्य प्रतियोगिता में श्रीमती रजनी श्रीवास्तव की रचना
माँ कहाँ आवाज दूँ माँ घर आँगन का हर कोना छान मारा तुम न जाने क्यों हमें छोड़ चली माँ कहाँ आवाज दूँ माँ… माँ तुमने हमें जन्म दिया जन्म दात्री कहलाई स्नेह दुलार की छत्रछाया में रख वात्स्ल्य की मूर्ति कहलाई रुग्णता में सेवा सुश्रुषा कर सेविका कहलाई नाजों से पाला बड़ा किया पढ़ाया…
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पढ़िए अंतर्राष्ट्रीय कायस्थ काव्य मंच द्वारा माँ विषय आधारित काव्य प्रतियोगिता में श्रीमती सीमा श्रीवास्तव की रचना
ममता का आंचल लहराता है, फूलों की बरसात होती है। जब भी मैं तनहा होती हूं तो, मेरी मां मेरे साथ होती है। गृहस्थी की बगिया में गुलाब बन कर रातों में मेरे साथ ख्वाब बन कर मेरे हर सवाल का जवाब बन कर मेरे होंठों पर अल्फ़ाज़ बन कर मेरे हौसलों की परवाज़ बन…
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पढ़िए अंतर्राष्ट्रीय कायस्थ काव्य मंच द्वारा माँ विषय आधारित काव्य प्रतियोगिता में डॉ. रूपल श्रीवास्तव संभवी की रचना
मेरी माँ मुझे प्रेम करें इतना,जितना किसी के वश में नहीं। मैं प्रेम करूं या पूजा,उनसा नहीं कोई दूजा जग़ में कहीं। ममता की देकर छाया, एक एक पग है चलाया, देकर थपकी ले आई, स्वप्नो के नगर में सुलाया, मंदिर में जाकर जिनको पूजें, माँ तो है देवी वही ।।1।। मेरी मां………
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पढ़िए अंतर्राष्ट्रीय कायस्थ काव्य मंच द्वारा माँ विषय आधारित काव्य प्रतियोगिता में डॉ. नीलिमा रंजन की रचना
ओ माँ! स्मरण है मुझे नि:शर्त तुम्हारी ममता, तुम्हारा दुलार तुम्हारी स्मित, तुम्हारा हास, तुम्हारे हाथों से बने भोजन के ग्रास, तुम्हारे हाथों से गुँथी दो चोटियाँ, तुम्हारे हाथों से बंद होते फ्राॅक के बटन। और आज, उम्र के अंतिम पड़ाव पर तुम, विवश, पराश्रित, असंबद्ध सी तुम, उफ्!!! भूली सी हो तुम मेरा स्पर्श,…
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कवि सुकुमार राय (जन्म: 30 अक्तूबर, 1887, कोलकाता; मृत्यु- 10 सितम्बर, 1923) बांग्ला भाषा के प्रसिद्ध कवि, लेखक एवं चित्रकार
कायस्थ ज्ञानकोश कवि सुकुमार राय (जन्म: 30 अक्तूबर, 1887, कोलकाता; मृत्यु- 10 सितम्बर, 1923) बांग्ला भाषा के प्रसिद्ध कवि, लेखक एवं चित्रकार कवि सुकुमार राय बच्चों के लिए हास्य कविता एवं कहानियाँ लिखते थे। सुकुमार राय अपने समय के प्रमुख लेखक-पत्रकार एवं चित्रकार थे। सुकुमार राय गुरु रवींद्रनाथ टैगोर के शिष्य थे। इनके पिता उपेंद्रनाथ चौधरी…
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कायस्थ शिरोमणि प्रसिद्ध संगीतकार और गायक सचिन देव बर्मन (एस. डी. बर्मन) जी की पुण्यतिथि पर उन्हें शत शत नमन
कायस्थ शिरोमणि प्रसिद्ध संगीतकार और गायक सचिन देव बर्मन (एस. डी. बर्मन) जी की पुण्यतिथि पर उन्हें शत शत नमन सचिन देव बर्मन बांग्ला और हिन्दी सिनेमा के प्रसिद्ध संगीतकार तथा गायक थे। 1933 से 1975 तक वे बंगाली व हिन्दी फ़िल्मों में सक्रिय रहे। 1930 के दशक में उन्होंने कोलकाता में “सुर मंदिर” नाम से…