ईश्वर की अनुपम कृति है आंखे,
जीवन को धन्य बनाती आंखे,
देखती है दुनिया का नज़ारा,
ऐसी अनमोल हमारी आंखे|
रहती है पलकों से सुरक्षित आंखे,
गोल मटोल,कटीली,आंखे,
देखकर अपनो को तृप्त होती ,
शर्माती लाज से झुक जाती आंखे|
मन के भाव बताती आंखे,
ईशारो से समझाती आंखे,
सुन्दरता में चार चांद लगाती
खुशी पाकर खुश हो जाती आंखे|
सुहाने सपनें देखती आंखे,
प्रेम मे डूबी मदहोश आंखे,
दिल की हर बात बताती,
प्यार का इज़हार करती आंखे|
प्रिय की राह निहारती आंखे,
थकी -थकी उस नींदी आंखे,
लगती चोट दिल पर तो,
जागती रातों मे रोती आंखे|
देकर दान पुन्य कमा लो आंखे,
हमारे जाने पर जीवित रहेगी आंखे,
किसी का घर रोशन करेगी
फिर से दुनिया सुषमा देखेगी आंखे
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