कायस्थ समाज की एकजुटता और सशक्तिकरण की दिशा में ऐतिहासिक पहल – अखिल भारतीय कायस्थ महासभा ने किया “के-कार्ड” का शुभारंभ
नई दिल्ली। मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा द्वारा कायस्थ समाज के लिए एक ऐतिहासिक और क्रांतिकारी कदम उठाया गया है। समाज के सम्मानित वरिष्ठ, पूर्व आई.आर.एस. अधिकारी एवं भारत सरकार के प्रधान आयुक्त रह चुके डॉ. अनूप श्रीवास्तव ने “के-कार्ड” (कायस्थ कार्ड) की औपचारिक लॉन्चिंग की है।
यह कार्ड कायस्थ समाज के लोगों की पहचान को सशक्त बनाने, उनकी जनसंख्या का समुचित लेखा-जोखा रखने तथा जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में आ रही समस्याओं के समाधान हेतु एक महत्त्वपूर्ण माध्यम बनेगा। डॉ. श्रीवास्तव ने इस पहल को भगवान श्री चित्रगुप्त के वंशजों को एक मंच पर लाने का एक सशक्त प्रयास बताया है।
के-कार्ड के मुख्य लाभ इस प्रकार हैं:
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कायस्थ फर्मों द्वारा के-कार्ड धारकों को विशेष छूट दी जाएगी।
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बेरोजगार कायस्थों को कायस्थों की कंपनियों में नौकरी हेतु प्राथमिकता मिलेगी।
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कायस्थों द्वारा संचालित अस्पतालों में कम शुल्क पर या आर्थिक रूप से कमजोर कायस्थों को निशुल्क चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
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समाज की एकता, सहयोग और आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा।
डॉ. श्रीवास्तव ने कहा कि मौनी अमावस्या, जो सनातन संस्कृति में पूर्वजों के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है, उस दिन इस कार्ड की लॉन्चिंग एक सांस्कृतिक और सामाजिक संदेश भी है। यह कार्ड कायस्थ समाज को एकजुट करने के साथ-साथ उनके उत्थान का माध्यम बनेगा।
सभी कायस्थ बंधुओं से आग्रह है कि वे अखिल भारतीय कायस्थ महासभा द्वारा जारी ऑनलाइन फॉर्म भरकर इस के-कार्ड को प्राप्त करें और समाज को संगठित एवं सशक्त बनाने में अपना योगदान दें।
इस अवसर पर महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अजीत सिन्हा, युवा अध्यक्ष वेद आशीष श्रीवास्तव, राष्ट्रीय वरिष्ठ महासचिव के. के. श्रीवास्तव, राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बॉबी सक्सेना सहित अन्य पदाधिकारियों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अनूप श्रीवास्तव को इस नवाचार के लिए बधाई दी और सभी कायस्थ समाज के लोगों से इस मुहिम में जुड़ने का आह्वान किया।
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