नई दिल्ली – अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर संसार की सभी महिलाओं को शुभ कामनाएँ देते हुए पूर्व आई. आर. एस. प्रधान आयुक्त भारत सरकार डॉ अनूप श्रीवास्तव राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय कायस्थ महासभा ने कहा कि महिलायें केवल माँ का ही रौल नहीं निभाती हैं अपितु समय पड़ने पर पिता की रौल निभाने में कारगर साबित होती हैं क्योंकि उनमें धैर्य, सहनशीलता जैसे गुण भरे पड़े होते हैं और कहीं – कहीं पर तो वे पिता से भी बढ़कर अपनी काबिलियत को साबित करती है और यही नहीं जहां नारियों की पूजा होती हैं वहां देवता भी रमन करते हैं। और इसकी व्याख्या शास्त्रों में उपलब्ध है जिसे विद्वान शास्त्रियों के साथ तीक्ष्ण बुद्धि की महिलाओं ने भी साबित किया है। और सावित्री जैसी महान महिला विभूति ने यमराज को परास्त कर अपने पति सत्यवान के प्राण को वापस लाने में सफल हुई हैं। इसलिये महिला शक्ति को केवल आज ही के दिन नहीं अपितु प्रतिदिन सम्मान के साथ पुरुष वर्ग को पेश आनी चाहिए। और पुरुषों के साथ महिलाओं की एकता को एकजुट करने हेतु कायस्थों के लिए के – कार्ड की लॉन्चिंग हुई है इसलिये पुरुषों के साथ विशेषकर महिलाओं को भी के – कार्ड बनानी चाहिए और समय – समय पर उसकी लाभ उठानी चाहिए।
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