करें नमन
करें नमन निम्न 61 महानायकों को
जो रहें कायस्थ कुल की शान
जिनसे संविधान सृजित हो पाई
जिस पर चल भारत देश बना महान। १।
सर्वप्रथम याद करें बाबू डॉ राजेन्द्र प्रसाद जी को
जिनको जानो संविधान जनक आप। २।
दूजे डॉ सच्चिदानंद सिन्हा हुये
प्रथम अध्यक्ष होने की पाई मान ।३।
तीजे प्रेम बिहारी नारायण रायजादा हुये
संविधान की हिन्दी हस्तलिपि तैयार की ।४।
चतुर्थ वसंत कृष्ण वैद्य हुये
संविधान की अँग्रेजी प्रतिलिपि लिखी ।५।
पंचम ब्योहार राम नारायण सिन्हा हुये
संविधान की कलाकृतियों में दी योगदान।६।
छठे नंदलाल बसु हुये जो
संविधान सजावट – चित्रकारी प्रमुख रहे।७।
अन्य के योगदान की सूची देखो
जिससे कायस्थ कुल की बढ़ी शान।८।
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संविधान सभा के प्रमुख कायस्थ सदस्य और उनके योगदान
1. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद: भारतीय संविधान के जनक और पहले राष्ट्रपति।
2. डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा: संविधान सभा के प्रथम अध्यक्ष।
3. प्रेम बिहारी नारायण रायजादा: संविधान की हिंदी हस्तलिपि तैयार की।
4. बसंत कृष्ण वैद्य: संविधान की अंग्रेजी प्रति लिखने वाले।
5. ब्यौहार रामनारायण सिन्हा: संविधान की कलाकृतियों में योगदान।
6. नंदलाल बसु: संविधान की सजावट और चित्रकारी के प्रमुख।
संविधान निर्माण में योगदान देने वाले अन्य कायस्थ विभूतियां
7. बसंत कुमार दास: सामाजिक और संवैधानिक सुधारों में भूमिका।
8. रेणुका राय: महिला अधिकारों के लिए संवैधानिक प्रावधानों की वकालत।
9. सुरेंद्र मोहन घोष: संविधान सभा के सक्रिय सदस्य।
10. ज्वाला प्रसाद श्रीवास्तव: शिक्षा और सामाजिक न्याय के क्षेत्र में योगदान।
11. मोहन लाल सक्सेना: सामाजिक सुधार और संवैधानिक विचारधारा के समर्थक।
12. शिब्बन लाल सक्सेना: समाजवादी आंदोलन के प्रमुख नेता।
13. अमिय कुमार घोष: संविधान निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका।
14. डुबकी नारायण सिन्हा: ग्रामीण और शैक्षिक विकास में योगदान।
15. यदुबंश सहाय: कानून और प्रशासन में सुधार।
16. जगत नारायण लाल: भारतीय राजनीति में उल्लेखनीय योगदान।
17. महेश प्रसाद सिन्हा: प्रशासनिक और संवैधानिक मामलों के विशेषज्ञ।
18. कृष्ण वल्लभ सहाय: स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और संविधान सभा के सदस्य।
19. रघुनंदन प्रसाद: संवैधानिक विचारधारा के समर्थक।
20. दुर्गाबाई देशमुख: महिला अधिकारों और सामाजिक न्याय की समर्थक।
21. रामेश्वर प्रसाद सिन्हा: कानून और न्याय के क्षेत्र में योगदान।
22. बालचंद्र महेश्वर गुप्ते: सामाजिक सुधारों के पक्षधर।
23. शारंगधर सिन्हा: शिक्षा और प्रशासन में योगदान।
24. गिरिजा शंकर गुहा: कला और संस्कृति के क्षेत्र में योगदान।
25. पी. लालकृष्ण सेन: स्वतंत्रता संग्राम और संविधान निर्माण में योगदान।
26. श्यामनन्दन सहाय: संवैधानिक कानून के विशेषज्ञ।
27. धरणीधर बसु मतरी: सांस्कृतिक और सामाजिक सुधारों में भूमिका।
28. जे.जे.एम. निकोल्स-राय: संविधान सभा के सक्रिय सदस्य।
29. कुलाधौर चालिहा: समाज के पिछड़े वर्गों के उत्थान में योगदान।
30. रोहिणी कुमार चौधरी: संवैधानिक कानून के जानकार।
31. बी. दास: सामाजिक और राजनीतिक विचारधारा के समर्थक।
32. विश्वनाथ दास: भारतीय संविधान के निर्माण में योगदान।
33. नंदकिशोर दास: संविधान सभा के सदस्य।
34. राजकृष्ण बोस: सामाजिक न्याय और शिक्षा के पक्षधर।
35. शांतनु कुमार दास: संवैधानिक विचारों के समर्थक।
36. शारंगधर दास: कला और सांस्कृतिक विकास में योगदान।
37. माणिक्य लाल वर्मा: संविधान सभा के सक्रिय सदस्य।
38. विनायकराव बालशंकर वैद्य: सामाजिक सुधारों में योगदान।
39. बलवंत सिन्हा मेहता: संवैधानिक विचारधारा के प्रवर्तक।
40. राम सहाय: प्रशासन और कानून में योगदान।
41. मोनो मोहन दास: संविधान सभा के सदस्य।
42. सुरेश चंद्र मजूमदार: सामाजिक सुधारों के पक्षधर।
43. लक्ष्मी कांता मित्रा: संविधान निर्माण में योगदान।
44. उपेंद्रनाथ बर्मन: संवैधानिक कानून के जानकार।
45. माणिक्यलाल वर्मा: संवैधानिक विचारधारा के समर्थक।
46. गिरिजा शंकर गुहा: कला और संस्कृति के क्षेत्र में योगदान।
47. खुर्शीद लाल: संवैधानिक कानून के विशेषज्ञ।
48. परागी लाल: समाज के पिछड़े वर्गों के उत्थान में योगदान।
49. सुंदर लाल: संवैधानिक विचारों के समर्थक।
50. लाला अचिंत राम: संविधान सभा के सदस्य।
51. कृष्ण चन्द्र गजपति नारायण देव: सामाजिक और संवैधानिक सुधारों में योगदान।
52. अरुण चन्द्र गुहा: संविधान निर्माण में योगदान।
53. अलगू राय शास्त्री: संवैधानिक विचारधारा के प्रवर्तक।
54. क्षितिज चंद्र नियोगी: प्रशासन और कानून में योगदान।
55. कमला चौधरी: महिला अधिकारों के लिए संघर्ष।
56. बी.एन. राव: भारतीय संविधान का प्रारूप तैयार करने में योगदान।
57. हंसा जिवराज मेहता: महिला अधिकार और शिक्षा के क्षेत्र में योगदान।
58. लीला रॉय: महिला सशक्तिकरण में भूमिका।
59. मालती चौधरी: सामाजिक सुधार और शिक्षा में योगदान।
60. सरोजिनी नायडू: भारतीय संविधान निर्माण में प्रेरणा स्रोत।
61. सुचेता कृपलानी: संविधान सभा में महिलाओं की सशक्त आवाज़।
-अजीत सिन्हा रचित कविता
मोबाइल नंबर – ६२०२०८९३८५
साभार वेद आशीष श्रीवास्तव
२५.०१.२०२५ दिन शनिवार
संविधान दिवस पर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की ओर से इन सभी महानायकों को सादर नमन। जय हिंद, जय भारत, जय कायस्थ, जय सनातन 🙏