कायस्थ गौरव : अथर्व बख्शी एक उभरते हुए बाल गायक की प्रेरणादायक यात्रा

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मुंबई, 12 अगस्त 2024: “सुपरस्टार सिंगर 3” का ग्रैंड फिनाले एक यादगार घटना बन गया जब झारखंड के 12 वर्षीय अथर्व बख्शी ने इस सीजन का खिताब अपने नाम किया। अथर्व की शानदार गायकी और असाधारण प्रदर्शन ने न केवल जजों बल्कि दर्शकों का दिल भी जीत लिया, और उन्हें इस जीत के साथ 10 लाख रुपये की प्राइज मनी प्राप्त हुई।
फिनाले में अथर्व और उनके साथी प्रतियोगी अविर्भव ने अपने अद्भुत गायन के साथ एक यादगार शो पेश किया। इस सीजन की विशेषता यह रही कि पहली बार दो विजेताओं की घोषणा की गई, जिससे प्रतियोगिता और भी रोमांचक बन गई।

अथर्व बख्शी और अविर्भव ने लगातार अपनी बेहतरीन गायकी से जजों को प्रभावित किया। शो की सुपरजज नेहा कक्कड़ ने अथर्व की गायकी की तुलना सिंगर अरिजीत सिंह से की, जो अथर्व की प्रतिभा की गहराई को दर्शाता है। नेहा कक्कड़ ने कहा, “अथर्व की आवाज में एक खास बात है, जो अरिजीत सिंह की आवाज की तरह दिल को छू जाती है।”
अथर्व की जीत ने उन्हें और उनके परिवार को खुशी के आंसू दे दिए। झारखंड के हज़ारीबाग़ से आने वाले अथर्व ने अपनी मेहनत, समर्पण और संगीत के प्रति अपने जुनून को साबित किया है। उनके पिता, जो खुद भी संगीत के प्रति एक गहरी रुचि रखते हैं, ने अपने बेटे की इस सफलता को लेकर गर्व और खुशी व्यक्त की।

अथर्व की इस सफलता के साथ, “सुपरस्टार सिंगर 3” का सीजन समाप्त हुआ, लेकिन उसकी गायकी और उसके द्वारा किए गए अद्वितीय प्रदर्शन ने सभी को प्रभावित किया। अथर्व अब एक युवा गायक के रूप में संगीत की दुनिया में एक नई पहचान बना चुका है और उसके भविष्य के लिए बहुत सारे रोमांचक अवसर खुल गए हैं।
सुपरस्टार सिंगर 3 के इस शानदार सीजन ने दर्शकों को न केवल बेहतरीन संगीत का आनंद दिया, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि सही मार्गदर्शन और मेहनत से कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है। अथर्व बख्शी की सफलता का यह सफर निश्चित रूप से उन सभी युवा प्रतिभाओं के लिए एक प्रेरणा है जो अपने सपनों को साकार करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

अथर्व बख्शी, एक नाम जो अब संगीत की दुनिया में चमकने लगा है, ने अपनी शानदार आवाज और गायन प्रतिभा से लाखों दिलों को छू लिया है। मात्र 11 साल की उम्र में, बख्शी ने खुद को भारत के संगीत परिदृश्य पर एक महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है।

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

अथर्व बख्शी का जन्म 2012 में हज़ारीबाग़, नूरा में हुआ था। बचपन से ही संगीत के प्रति गहरी रुचि रखने वाले बख्शी ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हज़ारीबाग़ में पूरी की। संगीत के प्रति अपने प्यार को पोषित करने के लिए, उन्होंने मुंबई जाकर सुरेश वाडेकर अकादमी में क्लासिक संगीत का प्रशिक्षण प्राप्त किया। इस अकादमी में उन्होंने अपनी गायकी की कला को निखारा और संगीत के विभिन्न पहलुओं में दक्षता हासिल की।

भौतिक उपस्थिति

अथर्व की भौतिक उपस्थिति भी आकर्षक है। उनकी ऊंचाई लगभग 4’3″ है और उनका वजन 42 किलोग्राम है। उनके चमकदार काले बाल और प्यारी मुस्कान उनके व्यक्तित्व को और भी खास बनाते हैं।

संगीत यात्रा और उपलब्धियाँ

अथर्व बख्शी ने अपनी संगीत यात्रा की शुरुआत बहुत ही कम उम्र में की थी। स्कूल और पारिवारिक समारोहों में गाकर, उन्होंने अपने गायन कौशल का प्रदर्शन किया। उनके पिता, जो क्लासिक संगीत के बड़े प्रशंसक हैं, ने अपने बेटे को संगीत के क्षेत्र में आगे बढ़ाने का सपना देखा। उन्होंने दो बार “सा रे गा मा पा लिटिल चैंप्स” के लिए प्रयास किया, लेकिन उनका चयन नहीं हो सका। इसके बावजूद, उनका सपना पूरा हुआ जब अथर्व ने इस शो में अपनी असाधारण प्रतिभा से सभी को चकित कर दिया।
अथर्व ने “सा रे गा मा पा लिटिल चैंप्स 2022” के फिनाले तक पहुँचने में सफलता प्राप्त की। शो के दौरान, उन्होंने “मोहब्बत क्या है” गाने पर प्रदर्शन किया और अपनी अनोखी आवाज से जजों और विशेष अतिथि करिश्मा कपूर को प्रभावित किया।
इसके अतिरिक्त, बख्शी ने ZEE TV के एक और रियलिटी शो “स्वर्णस्वर भारत भजन” में भी भाग लिया, जहाँ उन्होंने शीर्ष 8 प्रतियोगियों में स्थान प्राप्त किया। उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए, उन्हें हज़ारीबाग़ की उपायुक्त नैंसी सहाय द्वारा सम्मानित किया गया।

भविष्य की दिशा

अथर्व बख्शी की संगीत यात्रा अब भी जारी है और उनकी प्रतिभा ने उन्हें युवा गायकों के बीच एक चमकदार सितारे के रूप में स्थापित किया है। उनकी सफलता केवल उनकी मेहनत और समर्पण का परिणाम नहीं है, बल्कि यह उनके परिवार के समर्थन और प्रेरणा का भी प्रतीक है।
जैसे-जैसे अथर्व का करियर आगे बढ़ेगा, उनकी गायन प्रतिभा और संगीत के प्रति उनका जुनून उन्हें और भी ऊँचाइयों पर ले जाएगा। उनके प्रशंसक और समर्थक उनकी आगामी परियोजनाओं और प्रस्तुतियों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
अथर्व बख्शी की यह प्रेरणादायक यात्रा निश्चित रूप से यह सिद्ध करती है कि उम्र सिर्फ एक संख्या है और सच्ची प्रतिभा और मेहनत से बड़े सपने साकार हो सकते हैं।
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