रचनाकार का परिचय :
देश की उभरती हुई साहित्यकार कानपुर निवासी त्रिशिका श्रीवास्तव ‘धरा’ का जन्म 1 सितम्बर 2002 को कानपुर (उ.प्र.) में हुआ। पिता का नाम श्री कृष्ण कुमार श्रीवास्तव जो सरकारी विभाग पी.डब्लू.डी. में मुलाज़िम थे l जब यह 16 वर्ष की थी तब ही इनके पिता का देहांत हो गया। इनकी माता का नाम सुनीता श्रीवास्तव जो एक ग्रहणी हैं। यह शायरा, गीतकार और लेखिका हैं। इन्होने डी.ए.वी. कॉलेज कानपुर, उत्तरप्रदेश से बी.ए. किया l वर्तमान समय में डी.ए.वी. कॉलेज कानपुर, उत्तरप्रदेश से हिन्दी साहित्य विषय से एम.ए. कर रहीं है। ये अपनी ग़ज़लों की एक किताब भी लिख चुकी हैंl किताब का नाम है इब्तिदा-ए-ग़ज़ल। इन की रचनाएँ विभिन्न पत्र पत्रिकाओं और साँझा ग़ज़ल संकलन (जज़्बात के चितेरे, बाल संकलन, रोम-रोम में राम, गुलदस्ता-ए-ग़ज़ल) में प्रकाशित हुई हैं। ये कई मंचो पर अपनी प्रस्तुति दे चुकी हैं। इन्हे प्रिंस जी काव्य रत्न पुरस्कार 2023 सहित कई मंचो से सम्मान पत्र प्राप्त हुए हैं।
त्रिशिका श्रीवास्तव ‘धरा’ अपने एहसासों को ग़ज़ल, गीत और मुक्तक द्वारा हिन्दी भाषा, ब्रज भाषा एवं उर्दू ज़बाँ में अभिव्यक्त करती हैं। ग़ज़ल/गीत लिखने के अतरिक्त बांसुरी बजाना भी जानती हैं।
पिता की मृत्यु के बाद इन्होनें बच्चो को ट्यूशन एवं बांसुरी क्लासेज दे कर घर की रिस्पांसिबिलिटी और अपनी पढ़ाई की इन्हें साहित्य के क्षेत्र में 9 साल हो चुके हैं, ये जब कक्षा 8 में थी तब से ग़ज़ल / मुक्तक / गीत लिख रही हैं। दिसंबर 2023 में इनकी पहली किताब जब प्रकाशित हुई तब ये मेहज़ 21 वर्ष की थी l
इब्तिदा-ए-ग़ज़ल शायरा त्रिशिका श्रीवास्तव ‘धरा’ की लिखी पहली किताब है। इस में ग़ज़ले, कुछ गीत, कुछ मुक्तक और कुछ अन्य रचनाएँ शामिल हैं। इनकी लिखी ग़ज़ले इन के मुरीदों के दिल में उतर जाती हैं और पाठकों के ज़ेहन में ठहर जाती हैं। पाठक इस किताब को Amazon से मात्रा 150 रुपये में खरीद सकते हैं l
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युवा कवियित्री – त्रिशिका श्रीवास्तव ‘धरा’ , पिता – स्व. श्री कृष्ण कुमार श्रीवास्तव, माता – श्रीमती सुनीता श्रीवास्तव, निवास – मसवानपुर, कानपुर (उत्तरप्रदेश), कार्य- Flute Teacher रुचि – हिंदी एवं उर्दू साहित्य लेखन एवं बांसुरी बजाने में, शिक्षा- M.A in हिंदी साहित्य (DAV college, Kanpur), सम्मान : –
Certificate from Your Quote in 27/01/2020
Certificate in Hindi Literature from Sahitya Live in 09/11/2021
Certificate of Sahitya Live in 06/09/2022
Certificate of Achievement from “Kagaz Kalam”.
Certificate of Appreciation from “Lafzon Ka Karwaan & Power of youth”.
Certificate from “Kora Kagaz”.
Certificate from “Rest Zone”.
Certificate from “Katha Lekh”.
Prince Ji Kavya Ratna Puruskaar (2023)
Sharda Sahitya Ratna Samman from Maa Sharda Kavya Manch in 07/10/2023
Uttrakhand Sahitya Sadhak Samman in 07/03/2024.
Certificate from “Vedic Prakashan”.
Certificate from Bestie Education & Charitable Trust / Qatar Branch in 10/03/2024.
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