होली की यमद्वितीया (दूज) पर भगवान श्री चित्रगुप्त की पूजा: सर्व सनातन हिंदू समाज के लिए एक विशेष आशीर्वाद

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

वेद आशीष श्रीवास्तव, राष्ट्रीय युवा अध्यक्ष, अखिल भारतीय कायस्थ महासभा
होली का पर्व रंगों और उमंगों का प्रतीक होता है, लेकिन यमद्वितीया (दूज) का दिन विशेष रूप से भगवान श्री चित्रगुप्त की पूजा के लिए समर्पित होता है। यह दिन केवल एक समुदाय या जाति के लिए नहीं है, बल्कि पूरे सनातन हिंदू समाज के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दिन भगवान श्री चित्रगुप्त की पूजा करके, हम अपने जीवन में विद्या, बुद्धि, और लेखन के आशीर्वाद की प्राप्ति कर सकते हैं।
भगवान श्री चित्रगुप्त का महत्व
भगवान श्री चित्रगुप्त को लेखन, ज्ञान, और गणना का देवता माना जाता है। वे हमारे अच्छे और बुरे कार्यों का हिसाब रखते हैं और प्रत्येक व्यक्ति के कर्मों का लेखा-जोखा करते हैं। इसलिए भगवान श्री चित्रगुप्त से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए यमद्वितीया का दिन सर्वोत्तम माना जाता है। इस दिन पूजा करने से न केवल लेखन में निपुणता आती है, बल्कि ज्ञान, बुद्धि और सृजनात्मकता भी बढ़ती है।
पूजा विधि और लेखन का महत्व
यमद्वितीया के दिन विशेष रूप से एक नई कलम (फाउंटेनपेन) का उपयोग किया जाता है और कोरे सफेद कागज पर भगवान श्री चित्रगुप्त के मंत्रों का जाप किया जाता है। इस दिन के दौरान, निम्नलिखित विधि से पूजा करें:
  1. कलम और कागज का चयन करें: पूजा के लिए एक नई फाउंटेनपेन और कोरा सफेद कागज लें। ये दोनों वस्तुएं ज्ञान और लेखन की प्रतीक हैं।
  2. भगवान श्री चित्रगुप्त की पूजा करें: भगवान श्री चित्रगुप्त को विधिपूर्वक प्रणाम करें और उनके चरणों में श्रद्धा से आशीर्वाद प्राप्त करने की प्रार्थना करें।
  3. “ॐ चित्रगुप्ताय नमः” मंत्र का जाप करें: कलम से कागज पर कम से कम 11 बार “ॐ चित्रगुप्ताय नमः” लिखें। यह मंत्र भगवान श्री चित्रगुप्त की कृपा और आशीर्वाद को आकर्षित करने में मदद करता है।
  4. भगवान को अर्पित की गई कलम को सुरक्षित रखें: जो कलम आपने पूजा के दौरान इस्तेमाल की है, उसे अपने पास सुरक्षित रखें। यह कलम आपको जीवन में लेखन, अध्ययन, और कार्यों में सफलता दिलाने में सहायक बनेगी।
प्रार्थना का महत्व
इस दिन भगवान श्री चित्रगुप्त से विद्या, बुद्धि, और लेखन के आशीर्वाद की प्रार्थना करें। विशेष रूप से उन लोगों के लिए यह दिन महत्वपूर्ण है जो अध्ययन, लेखन, और रचनात्मक कार्यों में संलग्न हैं। साथ ही, इस दिन पूजा करने से हर व्यक्ति को अपने कार्यों में सफलता, समृद्धि और सकारात्मक परिणामों की प्राप्ति होती है।
होली की यमद्वितीया पर भगवान श्री चित्रगुप्त की पूजा करने से ना केवल लेखन की कला में निपुणता प्राप्त होती है, बल्कि व्यक्ति को ज्ञान, बुद्धि और सही दिशा मिलती है। यह पूजा सभी सनातन हिंदू समाज के लिए है, किसी विशेष जाति के लिए नहीं। भगवान श्री चित्रगुप्त से आशीर्वाद प्राप्त करने के बाद, जो कलम आपने अर्पित की है, उसका उपयोग अपने जीवन के महत्वपूर्ण कार्यों में करें, जिससे आपको लाभ और सफलता प्राप्त होगी।
“ॐ चित्रगुप्ताय नमः”
इस मंत्र के जाप और पूजा से भगवान श्री चित्रगुप्त की कृपा आप पर बनी रहे, और आपके जीवन में हर कार्य में सफलता और समृद्धि का आगमन हो।
0
0

Leave a Comment

और पढ़ें