6 अगस्त 2024: कायस्थ वाहिनी अंतर्राष्ट्रीय के प्रमुख पंकज भैया कायस्थ ने आज भारत के गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर न्यायालयों में भगवान चित्रगुप्त की मूर्ति स्थापित कराने का आग्रह किया।
पत्र में कहा है कि भारतीय संस्कृति के अनुसार, न्याय के देवता भगवान चित्रगुप्त ही हैं। उनके पास सभी जीवों के कर्मों का लेखा-जोखा होता है।
उन्होंने यह भी बताया कि 1 जुलाई को भारत सरकार ने न्यायालय की न्याय प्रणाली में कुछ धाराओं और नामों को इस आशय के साथ परिवर्तित किया था कि उनसे गुलामी के समय से चली आ रही अवधारणा बदल जाए।
पंकज भईया कायस्थ ने कहा कि न्यायालय में रोमन देवी जस्टिशिया की मूर्ति आज भी गुलामी के प्रतीक के रूप में विराजमान है।
उन्होंने कहा, “हम भारतीयों के सनातन संस्कृति को स्थापित करने हेतु न्यायालयों में भगवान श्री चित्रगुप्त की मूर्ति स्थापित करवाने में सहयोग और समर्थन की अपील करते हैं।”
उन्होंने कहा कि यह कदम भारतवासियों के लिए बहुत गर्व की बात होगी।
Post Views: 108