नई दिल्ली –पूर्व आई. आर. एस. प्रधान आयुक्त, भारत सरकार और राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल भारतीय कायस्थ महासभा डॉ अनूप श्रीवास्तव ने उत्तरप्रदेश सरकार को पत्र लिखकर चर्चित पत्रकार भाजपा नेता आशुतोष श्रीवास्तव हत्याकांड की जांच में हुई विलंबता पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए अपनी दस सूत्री मांगे सौंपी जिसमें सी. बी. आई. जाँच पर प्रमुखता से जोर दी गई है और इसके अलावे त्वरित न्याय, अभियुक्तों की अविलंब गिरफ्तारी, फास्ट ट्रैक कोर्ट की प्रक्रिया हेतु न्यायालय में आवेदन, कुर्की – जप्ती हेतु न्यायालय से आदेश की प्राप्ति और उस पर अविलंब कारवाई, अपराधियों के मकानों, अवैध कब्जा प्रॉपर्टी पर बाबा की बुलडोजर चले, सही समय पर और सत्य विवेचना विवेचक द्वारा तय समय पर माननीय कोर्ट को भेजी जाये, गिरफ्तार और जेल में बंद अपराधियों को रिमांड पर ली जाये, परिजनों की आंशिक क्षतिपूर्ति हेतु भुक्तभोगी के पुत्र को नौकरी, 50 लाख रुपये के मुआवजा, कारवाई को प्राथमिकता देकर अपराधियों को मृत्युदंड मिले आदि की मांग की गई है।
विदित हो जौनपुर पत्रकार आशुतोष श्रीवास्तव हत्याकांड में कई नेताओं, मदरसा कमेटी, जेहादियों की संलिप्तता की बात सामने आ रही है जिसमें दो मुख्य अपराधी जिसके तार पाकिस्तान के दाऊद इब्राहिम ग्रुप से होने की संभावना परिजनों द्वारा व्यक्त की जा रही है और इस हेतु ही सी. बी. आई. जांच की मांग सर्वथा उचित ही प्रतीत होती है मुख्य अपराधी नासिर जमाल, अर्फी उर्फ कामरान, जमीरूद्दीन और मोहम्मद हासिम की संलिप्तता से ये स्पष्ट है कि ये तस्करी, मर्डर, ड्रग्स आदि गतिविधियों में पहले से भी संलिप्तता रहे हैं और मदरसा कमेटी के आदेश पर ये लोग हिन्दुओं की हत्या आदि को अंजाम देते हैं और घटना के सवा दो महीने होने के बाद भी इनका पकड़ा न जाना और पाँच अज्ञात अपराधियों का अता – पता अभी तक नहीं मिलना सरकार की धीमी कारवाई को दर्शाती हुई प्रतीत हो रही है और इससे कायस्थों सहित पूरे सनातनी समाज में रोष है और यह रोष कहीं आंदोलन का रूप न ले ले इसलिये सर्वप्रथम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र अखिल भारतीय कायस्थ महासभा द्वारा प्रेषित की जा रही है और इसकी सूचना ईमेल और एक्स ट्विटर और अन्य सोशल साइट्स माध्यमों से सरकार को दी जा रही है ताकि त्वरित गति से कारवाई हो और सरकार न्याय दिलाकर यश की भागी बने।
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