28-जुलाई 2024: विवेकानंद सेवा मिशन ने न्यायालयों में भगवान चित्रगुप्त की मूर्ति स्थापित करने का अनुरोध किया।
प्रधानमंत्री को संबोधित जारी पत्र में संगठन की प्रभारी ने यह कहा है कि कायस्थ वाहिनी अंतरराष्ट्रीय के प्रमुख पंकज भैया कायस्थ की मांग से सहमत होते हुए इस मांग का समर्थन करते हैं तथा चूंकि न्याय के देवता भगवान चित्रगुप्त ही हैं और जैसा कि वर्णित है उनके पास सभी जीवों के कर्मों का लेखा-जोखा होता है वही सबको न्याय प्रदान करते हैं एवं 1 जुलाई को भारत सरकार ने न्यायालय की न्याय प्रणाली में कुछ धाराओं और नामों को इस आशय के साथ परिवर्तित किया था कि उनसे गुलामी के समय से चली आ रही अवधारणा बदल जाए।
प्रधानमंत्री को भेजे पत्र में प्रभारी विवेकानंद सेवा मिशन – स्वामी डॉ. विनय ने कहा कि न्यायालय में रोमन देवी जस्टिशिया की मूर्ति आज भी गुलामी के प्रतीक के रूप में विराजमान है।
आगे उन्होंने कहा, “हम इस मुहिम का समर्थन करते हैं और न्यायालयों में भगवान श्री चित्रगुप्त की मूर्ति स्थापित करने की मांग करते हैं।”
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