दिल्ली : नवनियुक्त राष्ट्रीय प्रवक्ता अखिल भारतीय कायस्थ महासभा ने आज पहली बार बतौर प्रवक्ता अपनी बयान जारी करते हुए कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल भारतीय कायस्थ महासभा डॉ अनूप श्रीवास्तव एक ऐसी आँधी हैं जो कायस्थों की व्याधि (दुःख) को हरने के लिए बतौर राष्ट्रीय अध्यक्ष अपने समाज की गद्दी को हासिल किये हैं और अब यहां समझने या जानने वाली बात ये है कि आखिर कायस्थों की व्याधि क्या है?
पहली मेरी समझ से ये है कि कायस्थों में एकता नहीं और दूसरी ये कि विभिन्न कायस्थ संगठन एक छतरी के नीचे नहीं है जिससे ये परिलक्षित होती है कि कायस्थों का कोई सर्वमान्य नेता नहीं और तीसरी ये कि कायस्थों में बेरोजगारी बढ़ रही है क्योंकि उन्हें आरक्षण नहीं तथा वे अपनी नौकरवादी मानसिकता से बाहर नहीं निकल पाये हैं और कभी इस पूरी पृथ्वी के मालिक रहे आज नौकरी पाने के लिए लालायित रहते हैं और चौथी ये है कि कायस्थों के बेटियों की शादी की समस्या जिससे कायस्थों में अन्तर्जातीय विवाह की समस्या बढ़ रही है या बहुत सारी बेटियाँ बड़ी उम्र तक कुंवारी रह जा रही है और इसके लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जी को युद्धस्तर योजनाबद्ध तरीके से पर कार्य करनी होगी ताकि सभी समस्याओं का निदान हो सके। और इन विषयों पर हमारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के साथ टेबल मीटिंग जल्द होगी ताकि समस्याओं से निकलने के लिए नीति निर्धारण हो तथा उसके कार्यान्वयन के लिए समिति गठन अति शीघ्र हो। हालांकि इतनी विश्वास अपनी तरफ से कायस्थ बंधुओं को अवश्य ही दिला सकता हूं कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जी के नेतृत्व में कमोबेश सभी समस्याओं के समाधान हेतु हल अवश्य ही निकाले जाएंगे और इस बार कायस्थ नये स्वरुप में राष्ट्रीय स्तर अपनी जलवा बिखेरेगें और आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, धार्मिक, राजनैतिक सहित सभी मोर्चों पर अपनी आभा को बिखेरेगें। और इस मुहिम में सभी कायस्थों के साथ सभी कायस्थ संगठनों को उनका साथ देकर उनकी हाथ को मजबूत करने की प्रयास करनी चाहिये। मिशन 2 करोड़ कायस्थ तथा अंतरराष्ट्रीय कायस्थ संघ ने राष्ट्रीय अध्यक्ष से संपर्क स्थापित कर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की एक इकाई के रूप में एक साथ मिलकर कार्य करना स्वीकार किया है कई और चित्रांश तथा संगठन अपना विलय अखिल भारतीय कायस्थ महासभा में करने जा रहे हैं ।
जय हिंद
– अजीत सिन्हा
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