चित्रााष्टकम् – (चित्रगुप्ताष्टकम्) – अजीत सिन्हा रचित

चित्रगुप्ताष्टकम् (चित्राष्टकम्) नमामि शुभानन: साकार रूपं। शुभं व्यापकं ब्रह्म: वेदस्वरूपं ।१। द्विभुजमं सौम्यदर्शन: धर्मं प्रियं। चिदाकाशमाकाश वासं भजेऽहं।२। साकारमोंकार मोक्क्षदायकम् । चन्द्रहासधरं नृ़शंस: विचित्रासनस्थितं ।३। करालं महाकाल: कालं कृपालं। महाबाहुं कमललोचन:लेखनीधारकं ।४। श्यामं पट्टिधारक: मषीभाजनसंयुक्तं । ब्रह्मप्रियं पुरूषं सर्वदैवलेखकं।५। धर्मलेखकं आर्य: पापपुण्यलेखकमं। पुरुषोत्तमं सिद्धिदायक: तिमितलोचनमं।६। धर्माधर्मविचारकं यमदण्डनिवारकं। विष्णुपददातायमं कितवस्वर्गदायकं।७। विप्रवरदायकं भद्र: सर्वयोनिधारकं। महामतिमं महाप्रभु व्युढशीर्षं।८। … Read more

कायस्थ समाज का उद्यमिता में महत्वपूर्ण योगदान: फ़ोनपे और रेज़रपे के सफलता की कहानी

कायस्थ समाज का योगदान भारतीय उद्योगों और अर्थव्यवस्था में: एक नई दिशा की ओर भारत में कायस्थ समाज का योगदान अब उद्योगों और अर्थव्यवस्था में दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। इस समाज के कई लोग अब व्यवसायिक दुनिया में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं, और उनके द्वारा स्थापित कंपनियाँ भारतीय उद्योग जगत में एक नई … Read more